Friday, December 10, 2010

"देश"

कर्मबोध दायित्व जगाना गीता का उपदेश है.
सत्य अहिंसा का पावनतम शुचि इसका उपदेश है.
जन जन के भाग्योदय हित नवतम इसका उन्मेष है-
रामराज्य के सपनों का वन्दनीय यह देश है ..
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"सरकार"

शासन में जिसके खुशियों का संसार नहीं है.
नीतियों में जिसके पुष्ट जनाधार नहीं है.
जनता की हिफाजत जो करने में हो अक्षम-
वादों से जो मुकर जाय वो सरकार नहीं है ..